राकामि एक प्रतिष्ठित संस्थान है, जो आधिकारिक भाषा (हिंदी) का अभिनव तरीके से प्रशिक्षण देते हुए हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में कार्यरत है। यह संगठन भारत में सामाजिक-आर्थिक समस्या को हल करने के प्रति प्रयासरत है और कानून के परे किसी भी राजनीतिक अभियान या किसी भी धर्म या गतिविधियों को प्रोत्साहित करने या आगे बढ़ाने में संलग्न नहीं है।
समय की आवश्यकता के अनुसार, हिंदी के आधिकारिक पाठ्यक्रम के सभी विषयों को जिसे कई महीनों में पूरा किया जाता था, उसे दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी प्रोफेसरों, केंद्रीय मंत्रालयों के राजभाषा निदेशकों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के हिंदी अधिकारियों की सहायता से संक्षेप रूप में केवल तीन दिवसीय पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा ने इस पाठ्यक्रम की समीक्षा के बाद "यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है।" लिखा है। डॉ.करण सिंह, भारत के सांस्कृतिक राजदूत, पूर्व केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, राज्यसभा सांसद और कई विश्वस्तरीय पुस्तकों के लेखक और प्रतिष्ठित विद्वान ने भी अपने संदेश में लिखा है - “यह पाठ्यक्रम सरकारी कार्यालयों में हिंदी में काम करने में संकोच दूर करने में प्रभावी और हिंदी में दैनिक रूप से काम करने में आने वाली समस्याओं का समाधान करेगा।“
संचालन का स्थान: संपूर्ण भारत विशेष राज्य / शहर: दिल्ली / नई दिल्ली संगठन की कानूनी स्थिति: गैर-लाभकारी सोसाइटी
कार्यक्रम / उत्पाद / सेवा:
हम हिंदी में बी.ए. और एम.ए करने वाले छात्रों को अपने तीन दिवसीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के माध्यम से किसी भी सरकारी/पीएसयू कार्यालय में हिंदी में कैसे काम करना है के बारे में प्रशिक्षित कर अतिरिक्त योग्यता प्रदान करते हैं। यह प्रमाणपत्र केवल एक शिक्षक की बजाय किसी भी सरकारी / सार्वजनिक उपक्रम में रोजगार के लिए उनके लिए दरवाजे खोलने में मदद करता है।
लाभार्थी: हमारे लाभार्थियों में डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय के विभिन्न विभाग जैसे डीआईपीआर, एसएसपीएल आदि, सांख्यिकी मंत्रालय सहित भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, नीरी (एनईईआरआई) नागपुर, केंद्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पोर्ट ब्लेयर, अंडमान, सरकारी कार्यालय और ओएनजीसी विदेश, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इंडिया तथा कई अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के संबंधित कर्मचारी/अधिकारी तथा लखनऊ विश्वविद्यालय जैसे शैक्षणिक संस्थानों से हिंदी में बी.ए. और एम.ए. करने वाले छात्र शामिल हैं।
प्रमुख उपलब्धियां, पुरस्कार: हमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों / सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा विश्वविद्यालय से प्रशंसा / उत्कृष्टता के रूप में कई प्रमाणपत्र और ट्राफियां प्राप्त हुए हैं। इसकी प्रतियों / तस्वीरों को आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराया जा सकता है।
अगले 5 वर्षों हेतु हमारी दृष्टि: राकामि का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों / विश्वविद्यालय के छात्रों के दिमाग से हिंदी शब्दावली से संबंधित हिचकिचाहट को दूर करना तथा हिंदी में काम करते हुए उनके समक्ष आने वाली कठिनाइयों से उन्हें छुटकारा दिलाना है।
राकामि का उद्देश्य हिंदी के व्यावहारिक उपयोग को बढ़ावा देना तथा हिंदी भाषा का सर्वांगीण विकास करना है। राकामि हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा से राष्ट्रीय भाषा बनाने तथा विश्व स्तर पर इसके महत्व बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्यरत है। अगामी 5 वर्षों में, हम संपूर्ण भारत के विश्वविद्यालयी छात्रों को हिंदी प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
हमारी विशेषज्ञ / संकाय टीम (फैकल्टी टीम): हमारे पास केंद्रीय मंत्रालयों से सेवानिवृत्त और वर्तमान में कार्यरत राजभाषा (आधिकारिक भाषा) निदेशकों, राजभाषा प्रबंधकों और पीएसयू / अन्य विभागों के हिंदी अधिकारियों की एक कुशल टीम है। इसके साथ ही, आवश्यकतानुसार समय-समय पर हमारी सहायता करने तथा मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों के हिंदी व्याख्याता भी उपस्थित रहते हैं।
हमारे पास अपनी परियोजना को पूर्ण करने के लिए कोई फंड नहीं है। कोई भी हमें फ़ोल्डर (जिसमें पुस्तक, कॉपी, पेन, टिप्पणी स्लिप, फ़ोल्डर और विविध सामान शामिल हैं), संकाय सदस्य / प्रशिक्षक मानदेय, यात्रा एवं परिवहन व्यय, जलपान, कर्मचारी वर्ग के लॉजिंग एवं बोर्डिंग संबंधी व्ययों, कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों के लिए लंच-स्नैक्स, प्रमाणपत्र, बैनर्स, पुरस्कार एवं अन्य विविध व्ययों, प्रबंधकीय तथा प्रशासनिक व्ययों से संबंधित हमारे खर्चों को पूरा करने के लिए दान दे सकते हैं।
हम एक गैर-सरकारी संगठन हैं, अत हमारी कोई रिफंड एवं शिपिंग पॉलिसी नहीं है।
पवन कुमार जैन (अध्यक्ष)
ई-मेलः rakami.mission@gmail.com
फोन: 9910363333, 9312282302